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सांख्यियाँ एवं सबद Class 9 Hindi Chapter 7 CBSE Notes 2025-26

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Hindi Notes for Chapter 7 सांख्यियाँ एवं सबद Class 9- FREE PDF Download

CBSE Class 9 Hindi Kshitij Notes Chapter 7 are designed to make your exam preparation smoother and less stressful. This chapter presents interesting stories and lessons that can boost your understanding and performance in your Hindi exam.


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Revision Notes for Class 9 Hindi Chapter 7 सांख्यियाँ एवं सबद

कक्षा 11 की हिंदी पाठ्यपुस्तक के सातवें अध्याय "सांख्यियाँ एवं सबद" में महान संत कवि कबीर द्वारा रचित साखियों एवं पदों का संग्रह प्रस्तुत किया गया है। इस अध्याय में कबीर की संत कविताओं के माध्यम से सामाजिक, धार्मिक और दार्शनिक विचारों का सरल, सटीक और गहन विश्लेषण मिलता है। कबीर के काव्य में जीवन की सार्थकता, ज्ञान की महिमा, प्रेम का महत्व, संत के लक्षण तथा माया और मोह का विरोध बार-बार देखने को मिलता है। उनकी भाषा अत्यंत सहज और जनसामान्य के लिए ग्राह्य है।

कबीर: जीवन और काव्य विशेषताएँ

कबीर का जन्म लगभग 1398 ई. में हुआ माना जाता है और इनकी मृत्यु 1518 ई. के पास मानी गई है। कबीर अनपढ़ किंतु अनुभवी संत कवि थे, जिन्होंने औपचारिक शिक्षा न लेकर साधना, भक्ति और आत्मानुभव से ज्ञान प्राप्त किया। इनकी रचनाएँ ‘कबीर ग्रन्थावली’ एवं 'साखी संग्रह' में संकलित हैं। कबीर ने अपनी साखियों व पदों में जीवन के सच्चे मायने, ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग, सामाजिक बुराइयों पर प्रहार, तथा व्यक्ति के कर्म एवं आचार का महत्व उजागर किया है। उनकी भाषा सधुक्कड़ी, अवधी, ब्रज एवं पूर्वी बोलियों का मिश्रण है, जो कठिन विषयों को सरलता से व्यक्त करती है।

सांख्यियाँ एवं सबद: प्रमुख बिंदु

‘सांख्यियाँ’ शब्द का अर्थ है – कहावतें या संक्षिप्त सूत्र रूप में कही गई बातें, जबकि ‘सबद’ से तात्पर्य है – गीत या भजन। कबीर की साखियाँ और सबद दोनों ही जीवन-दर्शन की संक्षिप्त एवं सारगर्भित झलक प्रस्तुत करते हैं। अध्याय की प्रारंभिक साखियों में मानव जीवन के मूल उद्देश्य, साधना, प्रेम, ज्ञानी संत की पहचान, सांसारिक मोह और माया से मुक्ति, मन और आत्मचिंतन आदि विषय स्पष्ट रूप से सामने आते हैं।

मुख्य विचार एवं सूत्र

  • ज्ञान, प्रेम और भक्ति को जीवन का सार मानना।
  • सच्चा संत वही है जो आडंबर, पाखंड और बाह्य दिखावे से दूर रहकर सबमें परमात्मा के दर्शन करे।
  • माया और सांसारिक मोह (attachment) जीवात्मा की उन्नति में बाधक हैं।
  • प्रत्यक्ष ईश्वर के स्थान पर अंतरात्मा में प्रभु की खोज और शुद्ध आचरण का महत्व।
  • ज्ञान की वास्तविकता का बोध और विवेक की उपासना।
  • असली मुसलमान या सच्चा भक्त वही है, जिसमें दया, अनुशासन, श्रेष्ठ क्रियाएँ और सच्ची आस्था हो।

साखियों की प्रमुख विशेषताएँ

कबीर की साखियाँ अत्यंत संक्षिप्त एवं प्रभावशाली होती हैं, इनमें पारिवारिक, सामाजिक और धार्मिक मूल्यों पर प्रकाश डाला गया है। इन साखियों की कुछ प्रमुख विशेषताएँ –

  • दोहों के माध्यम से गूढ़ विचारों को संक्षेप में व्यक्त किया गया है।
  • प्रत्येक साखी समाज-सुधार, आत्मशुद्धि व विवेक जागरण का संदेश देती है।
  • कठिन दार्शनिक विषय भी सरल एवं बोधगम्य भाषा में कहे गए हैं।
  • मैत्री, सद्भाव, निष्पक्षता और मानवता का पूर्ण समर्थन मिलता है।

महत्वपूर्ण साखियों के भावार्थ

  • महाजनों का पावन जल: कबीर कहते हैं कि संसार में सुख-दुख आते-जाते रहते हैं, लेकिन सज्जनों के संग व सत्कर्म मानव जीवन को सार्थक बनाते हैं।
  • ज्ञान की तुलना स्नातकता से: केवल औपचारिक शिक्षा से ज्ञान नहीं आता, बल्कि आत्म-अनुभव व विवेकज्ञान से सच्चा ज्ञान प्राप्त होता है।
  • सच्चा प्रेम: प्रेम में भेद-भाव का स्थान नहीं है; कबीर मानते हैं कि केवल वही प्रेम सच्चा है जिसमें आत्म-निवेदन हो और जिसमें निजस्वार्थ न हो।
  • संत के लक्षण: संत वही है जो बाहरी आडंबर न अपनाए, क्रोध, लोभ, मोह आदि से दूर रहे तथा सभी प्राणियों का भला सोचे।

शब्दार्थ तालिका

शब्द अर्थ
लघु छोटा
साखी दोहा (एक छोटी शिक्षा देनेवाली रचना)
माया भौतिक आकर्षण, झूठा दिखावा
विवेक बुद्धि, सही गलत की परख
संत श्रेष्ठ आत्मा, धार्मिक गुरु

चर्चित प्रश्न एवं उत्तर

  • "महाजनों" से कबीर का अभिप्राय है – सद्विचारों और सत्कर्म वाले सज्जन व्यक्ति।
  • कबीर के अनुसार सच्चा संत वही है जो आडंबर, लोभ व दिखावे से मुक्त हो तथा सबमें ईश्वर का अनुभव करे।
  • ज्ञान को कबीर ने अनुभव से प्राप्त होने वाली शक्ति कहा है, न कि केवल पुस्तकीय ज्ञान।
  • कबीर ने कहा – ‘भगवान हर जगह हैं, किंतु मूर्तियों, मस्जिदों में ढूँढने के बजाय स्वयं के भीतर झाँकना चाहिए।’
  • ईश्वर की प्राप्ति के लिए सामाजिक भेदभाव, जातिवाद एवं बाहरी धार्मिक अनुष्ठानों की आवश्यकता नहीं है।

सांख्यियाँ एवं सबद के महत्व और परीक्षा के लिए उपयोगी बिंदु

  • कबीर की भाषा जनसामान्य के मनोभावों को सरलता से व्यक्त करती है।
  • प्रश्नों में साखियों की व्याख्या, भावार्थ, कबीर के वैचारिक पक्ष और भाषा वैशिष्ट्य पूछे जा सकते हैं।
  • प्रश्नपत्रों में ‘कबीर के संत-काव्य का सामाजिक महत्व’, ‘माया का विरोध’ तथा ‘ज्ञान की परिभाषा’ पूछी जा सकती है।
  • शब्दार्थ, साखियों का भाव, तथा कबीर के जीवन से सम्बन्धित तथ्य ध्यान रखें।

आलेख्य चित्र (टेक्स्ट विवरण)

*आलेख्य चित्र: "संत कबीर को कठिन परिश्रम करते हुए, अपने आस-पास साधु-संतों एवं शिष्यों के साथ साधना में लीन दिखाया गया है। वे झील के किनारे बैठकर सत्य, ईश्वर एवं आत्मजागरण पर संवाद कर रहे हैं।"*

भाषा और शैली

कबीर की भाषा सीधे-सीधे बात कहती है। उन्होंने पारंपरिक छंदों जैसे दोहा का उपयोग प्रमुख रूप से किया। उनकी भाषा में सहजता, संक्षिप्तता के साथ साथ व्यंग्य और तीखापन भी मिलता है, जिससे उनकी बात पाठक के हृदय तक सीधे पहुँचती है।

प्रमुख सूत्र/समीकरण

* कबीर के दोहों में यह प्रमुख सूत्र निहित है —

  • "ज्ञान से विवेक, प्रेम से भक्ति, और भक्ति से मुक्ति प्राप्त होती है।"
  • "मनुष्य की पहचान उसके आचार-विचार से होती है, न कि धर्म/जाति से।"
  • "माया-मोह के बंधन से मुक्ति के लिए आत्मानुभव व अंतरात्मा का बोध जरूरी है।"

पुनरावृत्ति के लिए आवश्यक प्रश्न

  1. ‘साखी’ शब्द का क्या अर्थ है और कबीर की साखियों की विशेषताएँ क्या हैं?
  2. कबीर के अनुसार सच्चा सन्त कौन है?
  3. माया एवं मोह का विरोध कबीर ने कैसे किया है?
  4. कबीर का भाषा-शैली की दृष्टि से महत्व स्पष्ट कीजिए।
  5. ज्ञान को कबीर ने किससे श्रेष्ठ बताया है?
  6. कबीर ने सच्चे प्रेम के क्या लक्षण बताए हैं?
  7. ‘सांख्यियाँ एवं सबद’ से समाज सुधारक दृष्टिकोण ज्ञात कीजिए।

निष्कर्ष

इस अध्याय के माध्यम से कबीर के काव्य का गूढ़ तत्व, सामाजिक संदेश, और आध्यात्मिक विचार समझने में आसानी होती है। परीक्षा पूर्व पुनरावृत्ति के लिए कबीर के जीवन, उनकी भाषा, विचारधारा, प्रमुख साखियों के भावार्थ, शब्दार्थ एवं परीक्षा के लिए संभावित प्रश्नों का अभ्यास अवश्य करें।

Class 9 Hindi Chapter 7 Notes – सांख्यियाँ एवं सबद: Key Points for Quick Revision

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Covering essential exam-oriented content, these notes offer easy explanations, quick vocabulary references, and focus on answering important board questions. Revise confidently and deepen your understanding of Kabir’s timeless wisdom before exams!


FAQs on सांख्यियाँ एवं सबद Class 9 Hindi Chapter 7 CBSE Notes 2025-26

1. What are the key revision notes topics for CBSE Class 9 Hindi Kshitij Chapter 7?

For efficient revision of Class 9 Hindi Kshitij Chapter 7, focus on main story events, important character traits, and sample answers for intext and back exercises. Review definitions and any exam-relevant themes. Make quick flash notes of key points and summary for last-minute revision.

2. How can I use stepwise NCERT solutions in my revision for Chapter 7?

Use stepwise solutions to see how each part of the answer connects to marks. Match your steps to the CBSE marking scheme.

  • Read the question and highlight keywords.
  • Plan your answer in short points.
  • Write out each step clearly as in NCERT solutions.
  • Compare with revision notes to spot gaps.

3. Are diagrams or specific definitions needed in Chapter 7 Hindi Kshitij revision notes?

For most Hindi Kshitij Chapter 7 answers, focus on precise definitions and key terms. Diagrams are rarely needed unless specifically asked. Make a table of major words, phrases, and their meanings in your revision notes to help recall during exams.

4. How do I structure long answers effectively in my Class 9 Hindi revision?

Start with a short introduction sentence from revision notes, then cover each point in order.

  • Follow stepwise structure from NCERT solutions.
  • Use examples or quotes if relevant.
  • End with a quick summary line.

5. What exam pattern tips should I include in my revision notes for this chapter?

Use revision notes to list short answer, long answer, and MCQ-type questions likely to come from Chapter 7. Mark important NCERT exercise questions and check which types carry more marks. This keeps your last-minute prep focused and exam-ready.

6. Where can I download the free PDF of Class 9 Hindi Kshitij Chapter 7 revision notes?

You can download a free PDF of CBSE Class 9 Hindi Kshitij Notes Chapter 7 from trusted educational sites like Vedantu. This makes offline revision easy. Always choose the latest (2025–26) revision notes for accuracy and updated solutions.

7. What are common mistakes to avoid when revising Chapter 7 notes?

Avoid writing very long or unfocused answers. Stick to key points from revision notes, and don’t skip definitions or NCERT-specific terms. Always check your answer steps for any missing parts that carry marks in CBSE marking scheme.